सऊदी अरब में महिलाओ के हालत बदतर है ... यहाँ इन्हें ड्राइविंग करने की इजाजत नही है .. यदि कोई महिला कार चलाते पकड़ी जाती है तो उसे १०० कोड़े मारने की सजा दी जाती है |
कोई भी महिला बलात्कार का केस दर्ज नही करवा सकती क्योकि उसे पहले ४ पुरुष गवाह लाने पड़ेंगे .. यदि किसी महिला ने बलात्कार का केस दर्ज किया और ४ गवाह नही लाई तो उसे १० साल जेल और २०० कोड़े की सजा मिलती है ...
और सऊदी अरब में महिलाओ की गवाही नही मानी जाती ..क्योकि कुरान के अनुसार महिलाओ की बात पर यकीन नही किया जाता .... चार महिलाओ की गवाही को एक पुरुष की गवाही के बराबर माना जाता है |
कोई भी महिला अकेले बाहर नही निकल सकती भले ही उसकी उम्र कितनी भी क्यों न हो. बुजूर्ग महिलाओ को बाहर जाते समय अपने पति या पुत्र का लिखित परवानगी साथ रखना जरूरी होता है ..
सऊदी अरब के कानून के अनुसार लडकियाँ १० से १२ साल की उम्र में शादी योग्य हो जाती है ..इसलिए सऊदी अरब में लडकियों को १० साल की उम्र में ही किसी ७० साल के शेख के हाथो तबाह होने के लिए निकाह कर दिया जाता है ..
महिलाओ को कोई भी खेल देखने की इजाजत नही है ... यहां तक की दो साल पहले एक डेनिश पुरुष को इसलिए सऊदी अरब छोड़ने के आदेश दे दिए गये थे क्योकि वो बहुत स्मार्ट दिख रहा था ..
सऊदी कानून के मुताबिक किसी लड़की को सऊदी से बाहर जाने के लिए उसके साथ उसका पिता होना जरुरी है .. सिर्फ माँ हो तो भी सऊदी कानून उसे बाहर जाने की इजाजत नही देता |
कोई भी महिला भले ही वो मर जाए लेकिन उसे कोई पुरुष डाक्टर देख नही सकता ..और यदि स्कूल में किसी लड़की की तबियत खराब हो जाये तो तब तक उसके पिता की मंजूरी न मिले तब तक स्कूल डाक्टर नही बुला सकता |
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